भोपाल। मध्यप्रदेश में हो रहे 28 सीटों पर उपचुनाव में बीजेपी एक प्रकार से खाली हाथ है। खाली हाथ इसलिए क्योंकि उपचुनाव जीतने लिए बीजेपी ने हाल ही में उन विधानसभा क्षेत्रों में विकास कार्यों के भूमिपूजन की बौछार कर दी थी । और इसी के सहारे बीजेपी बाजी जीतने दावा कर रही रही है। वहीं कांग्रेस आक्रामक मूड में है. कांग्रेस ने अपने 15 माह के शासनकाल को फोकस किया है। उपचुनाव के मद्देनजर शिवराज सरकार ने अब तक 13 हजार करोड़ की लागत से कार्यो का भूमिपूजन किया.
बीजेपी मजबूत तरीकों से सभी सीटों पर हर क्षेत्र में सियासी और प्रशासनिक जमावट के साथ जुटी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रभात झा सहित कई दिग्गज एक एक सीट पर रणनीति के साथ आगे बढ़ रहे है.
उपचुनाव वाली सीटों पर भूमिपूजन की बमबारी
मुरैना जिले में 287.57 करोड़ की पेयजल परियोजना के साथ ही चंबल अटल प्रोग्रेस वे के साथ 108 करोड़ का फ्लाईओवर का प्रोजेक्ट मंजूर किया. बमोरी 640 करोड़, सुरखी 631 करोड़, डबरा की सिंचाई परियोजना 35 करोड़, अशोक नगर में 225 करोड़, खकनार बुरहानपुर 248 करोड़, महिदपुर में 79 करोड़ के इंदौर बैराज पुल का लोकार्पण, सीतामऊ 348.50 , बड़ामलहारा 544, सांची 292, अमायन भिंड 20, मुंगावली 223, भांडेर 134, गोहद सिंचाई 482, मुरैना 268.59, कैलारस 170, सुमावली 68 एवं पोहरी 300 करोड़ का भूमिपूजन किया गया. करैरा में 220, डबरा 167, ग्वालियर 129, मेंहगांव 206, अंबाह 100, दिमनी 88, अनुपपुर 302 करोड़ भूमिपूजन किया गया.