शासकीय महाविद्यालय शाहपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में भारतरत्न डॉ बी.आर. अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. एम.डी. बाघमारे की उपस्थिति में महाविद्यालय विद्यार्थियों द्वारा श्रद्धांजलि का कार्यक्रम आयोजित किया गया प्रो.बाघमारे ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर हमेशा कहते थे- शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो। इस अवसर पर रासेयो छात्र इकाई कार्यक्रम अधिकारी डॉ संजय बाणकर ने महान राजनीतिक, सामाजिक और संविधान निर्माता और भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कैसे उन्हें बाल्यावस्था से ही छुआछूत और असमानता जैसी कुरीतियों का सामना करना पड़ा, परंतु इस प्रकार की घटनाओं से भी उनका शिक्षा के प्रति प्रेम और कुछ कर गुजरने का आत्मविश्वास सदैव बना रहा। छात्रा इकाई की कार्यक्रम अधिकारी प्रो. नीतू जयसवाल ने कहा कि बाबा साहेब अल्पायु में ही स्कॉलर के माध्यम से कोलंबिया विश्वविद्यालय पढ़ने गए और स्कॉलर इन द वर्ल्ड कहलाए। पढ़ाई पूरी करने के बाद भारत लौटने पर महिलाओं और शोषित वर्ग को उनके अधिकार दिलाने हेतू कार्य करने लगे । इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारियों के साथ साथ राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एवं महाविद्यालय के छात्र छात्राएं शामिल हुए।