नागदा/खाचराैद। शहर से आधा किमी दूर चामुंडा माता मंदिर के पास निवासरत परिवार में दिल दहलाने वाली घटना हाे गई। गुरुवार-शुक्रवार की रात 3 बजे पति 35 वर्षीय राधेश्याम पिता नंदराम गुल्या ने पत्नी मंजू, 8 वर्षीय बेटे सुमित और 12 वर्षीय बेटी प्रीति पर दराते से हमला कर दिया। हमले के बाद लहूलुहान हालात में तीनाें काे बाहर फेंक दिया। बाद में पति ने रस्सी बांधकर आत्महत्या की काेशिश की, लेकिन असफल रहा। इसके बाद उसने सल्फास की गाेलियां खा ली, जिससे उसकी माैत हाे गई। वहीं पत्नी, बेटी और बेटे का गंभीर अवस्था में उपचार रतलाम अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने शव का सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया पुलिस अब मामले की जांच में जुटी हुई है।
जानकारी के अनुसार चामुंडा माता मंदिर के पास राधेश्याम अपने लगभग 7 बीघा खेत पर ही मकान बनाकर परिवार के साथ रहता था। बीते एक वर्ष से उसका मानसिक संतुलन बिगड़ चुका था। इस पर परिजन रतलाम में उसका उपचार करा रहे थे। गुरुवार रात काे सभी ने एक साथ खाना खाया और उसके बाद साे गए। रात 3 बजे राधेश्याम गुल्या अचानक उठा और घर में रखे दराते से पत्नी, बेटे और बेटी पर हमला कर दिया। इससे पत्नी मंजू की ठाेढ़ी कट गई, वहीं बेटी प्रीति के गले पर ताे बेटे सुमित के हाथ पैर पर चोट आई। बाद में तीनों काे उसने घर के बाहर फेंक दिया।
जब उनके कराहने और चीख-पुकार की आवाज आई ताे अन्य लाेग पहुंचे और उन्हें खाचराैद अस्पताल लेकर आए। गंभीर अवस्था में तीनों काे रतलाम रैफर किया। अस्पताल से परिजन सुबह 7 बजे घर लाैटे ताे राधेश्याम ने दरवाजा नहीं खाेला। पुलिस काे सूचना दी गई। पुलिस ने दरवाजा ताेड़ा ताे अंदर राधेश्याम मृत पड़ा था। प्रभारी थाना प्रभारी आर.के. सिंगावत ने बताया माैके पर रस्सी बंधी हुई थी और सल्फास व चूहामार बिखरी थी। इससे संभावना है हमले के बाद राधेश्याम ने पहले फांसी लगाने की काेशिश की और बाद में सल्फास की गाेलियां खा ली।
3 महीने से हालात बिगड़ी
मृतक के परिचितों का कहना है कि मृतक का विगत 1 वर्ष से मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ था। इसके चलते उसका इलाज करवाया जा रहा था। उसे अचानक दाैरे आते थे, जिसमें वह अपना मानसिक संतुलन खाे देता था। पिछले 3 माह से उसकी तबीयत ज्यादा खराब रहने लगी थी। इसे लेकर परिजन उसका ख्याल भी अधिक रख रहे थे। वहीं खेत का काम भी पत्नी मंजू ही संभालने लगी थी।
बयान के बाद कुछ कह सकेंगे
खाचरौद थाना प्रभारी आर.के. सिंघावत ने बताया कि प्रथम दृष्टया राधेश्याम के मानसिक संतुलन बिगड़ने की वजह से हमला हाेने की बात सामने आ रही है। हमले के बाद राधेश्याम ने आत्महत्या के लिए पहले रस्सी का फंदा बनाया। बाद में सल्फास की गाेली खा ली। मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। पत्नी, बेटे और बेटी के बयानाें के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।