महू-बेटमा। काली बिल्लौद निवासी 50 वर्षीय भरत गेहलोत को उसकी पत्नी सावित्री (38) ने बेसन गट्टे की सब्जी में मिलाकर धतूरा खिला दिया। इससे देर रात पति की तबीयत बिगड़ी तो इलाज के बहाने प्रेमी रोहित चौहान (22) के साथ 80 किमी दूर जंगल में ले जाकर रस्सी से उसका गला घोंटकर मार डाला। लाश को फेंकने के लिए रोहित ने अपने दोस्त जाम बुजुर्ग नि. अर्जुन का सहारा लिया। तीनों ने मिलकर लाश को बेका के जंगल की 150 फीट गहरी खाई में फेंक दिया। लाश को निकालने में पुलिस को तीन घंटे से ज्यादा मशक्कत करना पड़ी। पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है।
टीआई संजय शर्मा ने बताया कि गुरुवार दोपहर में काली बिल्लौद निवासी सावित्री गेहलोत बेटमा थाने पहुंची और बताया कि पति भरत गेहलोत बगदून की एल एंड टी कंपनी में मशीन ऑपरेटर हैं। वो 1 मार्च सुबह घर से कंपनी जाने के लिए निकले थे लेकिन शाम को नहीं लौटे। दोस्तों-रिश्तेदारों के यहां तलाश करने पर भी वो नहीं मिले।
इसी बीच भरत गेहलोत का भाई जगदीश व रिश्तेदार भी थाने पहुंचे और भरत के नहीं मिलने को लेकर सावित्री पर ही शंका जताई। पुलिस ने सावित्री से सख्ती से पूछताछ की तो गुरुवार को ही देर शाम को वह खुद पुलिस को लाश बरामद करवाने बेका के जंगल ले गई। रात 10.30 बजे शव खाई में से निकाला। पुलिस ने उसके घर से धतूरे के छिलके और मौके से रस्सी बरामद की है।
1 मार्च की रात को 1.30 बजे भरत को बीमार बताकर उसका इलाज करवाने रोहित व सावित्री ही बाइक पर लेकर निकले थे। आसपास के लोगों ने उन्हें जाते हुए देखा था जो उन्होंने पुलिस को बताया। वहीं रोहित चौहान डेढ़ साल से सावित्री के यहां किराए से रह रहा था। रोहित बगदुन में ही किसी फैक्टरी में काम करता है। वह खाना भी इनके साथ ही खाता था। इसी दौरान दोनों के बीच संबंध बने। इसी बात को लेकर पति-पत्नी में आए दिन विवाद होते रहते थे। सावित्री ने घर के पीछे बने 8 कमरे किराए पर दे रखे हैं।
भाई ने रोहित के वहां रहने पर ली थी आपत्ति, जिस पर दंपती में हुआ विवाद
हत्या के एक दिन पहले पास में रहने वाले भरत के भाई जगदीश ने भरत के सामने रोहित के वहां रहने पर आपत्ति ली थी और सावित्री और रोहित को लेकर इशारा भी किया था। इसी बात को लेकर दोनों में जमकर विवाद भी हुआ। वहीं 2 मार्च को भी जब भरत नहीं दिखा तो गांव में रहने वाली भरत की बहन शेतानबाई ने सावित्री से पूछा था कि भरत कहां है तो उसने कहा कि मेरी मौसी के यहां गए हैं। वहां मौसी के बेटे का पुलिस केस हो गया है।
इन दो मासूमों का क्या कसूर
मृतक भरत और हत्या की आरोपी सावित्री की 10 साल की बेटी रोशनी व 8 साल का बेटा कान्हा है। फिलहाल इन्हें इनकी मौसी सीमा साथ ले गई है। पति-पत्नी के चक्कर में इन मासूमों की जिंदगी पिसकर रह गई है। शुक्रवार को भाइयों ने भरत का अंतिम संस्कार किया।
दैनिक भास्कर ने पहले ही बता दिया था कि शक की सुई पत्नी पर, वही निकली हत्यारी
दैनिक भास्कर ने शुक्रवार को छपी खबर में बता दिया था कि पुलिस को पत्नी पर शक है और उसी एंगल से जांच की जा रही है। आखिर में पत्नी ही आरोपी निकली।