मुंबई . अगर आपने सोच समझ कर निवेश किया होता तो आप की निवेश की गई राशि आज दोगुनी हो जाती। पिछले 5-6 महीनों में शेयर बाजार में ढेर सारे अच्छे और खराब स्टॉक रहे हैं जिन्होंने दोगुना से भी ज्यादा बढ़त हासिल की है। हालांकि यह एक अलग मामला है कि इसका बहुत ज्यादा ताल्लुक कोरोना से रहा है। लेकिन बिना कोरोना के जिन शेयरों ने हमेशा अच्छा रिटर्न दिया है वे क्वालिटी वाले शेयर हैं।
विप्रो के शेयर में दोगुना का रिटर्न- यह आईटी सेक्टर की बेहतरीन कंपनी है। इसका ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा है। इसके शेयर ने हमेशा बेहतरीन प्रदर्शन किया है। क्वालिटी स्टॉक्स में यह शेयर शामिल है। इसका शेयर एनएसई पर 19 मार्च को 159 रुपए पर था। आज यह शेयर 316 रुपए पर बंद हुआ है। यानी 6 महीनों में इस शेयर ने निवेशकों की संपत्ति को दोगुना कर दिया है। आपका एक लाख रुपए आज दो लाख रुपए हो गया है।
इंफोसिस का शेयर- यह भी आईटी कंपनी है। बेहतरीन ट्रैक रिकॉर्ड और क्वालिटी वाला शेयर है। इंफोसिस का गाइडेंस आईटी इंडस्ट्री के लिए एक दिशा तय करता है। बीच में इसके शेयरों पर थोड़ा दबाव जरूर था, लेकिन हाल में इस शेयर ने दोगुना का मुनाफा दिया है। मार्च में इसका शेयर 511 रुपए पर था। आज यह एनएसई पर एक हजार रुपए पर बंद हुआ है। यानी दोगुना के करीब फायदा मिला है। आपका एक लाख रुपए दो लाख रुपए हो गया है।
डॉ. रेड्डीज का शेयर- यह फार्मा सेक्टर की कंपनी है। बेहतरीन क्वालिटी वाला शेयर है। चार दिनों से इसका शेयर बढ़ रहा था और आज एक साल के सर्वोच्च स्तर पर है। आज इसने एनएसई पर धमाल मचाया। एनएसई पर 10 प्रतिशत बढ़कर 5,306 रुपए पर बंद हुआ। 4 दिन में 20 प्रतिशत बढ़ा है। 6 महीने में यह 112 प्रतिशत बढ़ा है। यानी आपका एक लाख रुपए 2.12 लाख रुपए हो गया है। 19 मार्च को डॉ रेड्डीज का शेयर 2,495 रुपए पर आ गया था। आज यह 5,326 रुपए के भाव पर पहुंच गया। 6 माह में निवेशकों की दौलत 41,521 करोड़ से बढ़कर 88,109 करोड़ हो गई।
लौरा लैब्स का शेयर-लौरा लैब्स फार्मा सेक्टर की कंपनी है। हालांकि यह उतनी फेमस तो नहीं है, पर क्वालिटी स्टॉक है। शुक्रवार को यह 6 प्रतिशत बढ़कर 1,491 रुपए पर बंद हुआ है। जनवरी से लेकर अब तक इसका शेयर तीन गुना बढ़ा है। एक जनवरी को इसके शेयर की कीमत 368 रुपए थी। अब यह 1,491 रुपए है।
आईटी और फार्मा बिजनेस अच्छा चल रहा है
दरअसल आईटी और फार्मा शेयर इसलिए बढ़े हैं क्योंकि लॉकडाउन में दोनों का बिजनेस अच्छा चला है। एक ओर जहां घर से काम करने की वजह से इंटरनेट के साथ-साथ पीसी, लैपटॉप, मोबाइल जैसे संसाधनों की मांग बढ़ी, वहीं लोगों ने इस पर खर्च भी अच्छा किया। फार्मा कंपनियों की तो चांदी ही रही। कोरोना की दवा भले नहीं आई, पर जो वर्तमान दवाएं हैं, उन्हीं के जरिए फार्मा कंपनियों ने अच्छी कमाई की है। लौरा लैब्स का 2018 में एपीआई बिजनेस 5 करोड़ का था। अब यह 825 करोड़ रुपए का हो गया है। आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने इसका लक्ष्य 1,620 रुपए रखा है। यानी अभी भी इसमें तेजी की उम्मीद बनी है।