आई.क्यू.ए.सी. बैठक में विभिन्न प्रस्तावों को मिली मंजूरी
आधुनिक शिक्षण पद्धति में कम्प्यूटर साक्षरता का अहम योगदान :- प्रो.एम.डी.वाघमारे
शासकीय महाविद्यालय शाहपुर में आंतरिक गुणवत्ता सुनश्चयन प्रकोष्ठ की सत्र 2023-24 की बैठक आयोजित की गई। उक्त बैठक में महाविद्यालय में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुये विभिन्न प्रस्तावों पर सहमति बनी। कार्यक्रम का शुभारंभ मॉं सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर उपस्थित सदस्यों एवं प्राचार्य द्वारा किया गया।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्राचार्य प्रो.एम.डी.वाघमारे ने बताया कि आज के प्रतिस्पर्धा वाले दौर में विद्यार्थियों के लिए अत्याधुनिक पद्धति से शिक्षण के लिये कम्प्यूटर एवं इंटरनेट का होना अति-आवश्यक है। आज हर विषय की पाठ्य वस्तु विद्यार्थी अपने मोबाईल फोन से प्राप्त कर अपना अध्ययन को सुगम बना सकते हैं। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुये शासन को कम्प्यूटर की उपलब्धता हेतु पत्राचार किया गया जो शासन द्वारा स्वीकृत कर लिया गया है। शीघ्र ही विद्यार्थियों के लिये इंटरनेट सुविधा युक्त कम्प्यूटर लैब की स्थापना की जायेगी। आई.क्यू.ए.सी. समन्वयक डॉ. पूनम देशमुख ने बताया कि इस महत्वपूर्ण बैठक में विद्यार्थियों के लिए 40 सीटर कम्प्यूटर लैब, बहु-उद्देशीय कार्यक्रम हॉल, कन्या छात्रावास, शैक्षणिक भ्रमण, वेबीनार पत्रिका का प्रकाशन, ई-न्यूज लेटर, ऐनर्जी ऑडिट, फायर ऑडिट, लाईब्रेरी क्लब के गठन इत्यादि महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर सहमति बनी। बैठक के दौरान डॉ.शीतल चौधरी ने बताया कि विगत सत्र तक हमारी संस्था ने 10 प्रतिष्ठित संस्थानों से एम.ओ.यू. करवा लिया है तथा वर्तमान सत्र में कम से कम 03 संस्थानों से एम.ओ.यू. किया जाना प्रक्रियाधीन है। डॉ. नीतेश पाल ने बताया कि महाविद्यालय का पी.एम.उषा योजना के अंतर्गत चयन हुआ है जिसमें महाविद्यालय के बुनियादी ढांचों को मजबूत करने व शैक्षणिक गतिविधियों के लिए बेहतर सुविधा के लिए प्रस्ताव स्वीकृत किया गया है। डॉ. पवन सिजोरिया ने छात्र-छात्राओं के बहुआयामी व्यक्तित्व विकास के लिए रिडिंग रूम का निर्माण किये जाने के उल्लेख किया। साथ ही डॉ.ओम झा ने पूर्व छात्र संघ के पंजीयन के नवीनीकरण को अनिवार्य बताया। डॉ.देवेन्द्र कुमार रोडगे ने रिनोवेशन हेतु प्राप्त राशि से किए जा रहे मरम्मत व निर्माण कार्य की जानकारी बैठक में प्रस्तुत की।