खंडवा। मांधाता विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी की चुनावी सभा में एक 70 साल के किसान की कुर्सी पर बैठे-बैठे मौत हो गई। यहां राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया सभा करने पहुंचे थे। बाद में जब सिंधिया मंच पर आए और घटना का पता चला तो पहले उन्होंने मौन श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सभा को संबोधित किया।
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीच सभा में किसान की मौत हुई। इसके बाद कुर्सी पर पड़ा रहा और बीजेपी नेताओं के भाषण चलते रहे। यह मानवीय संवेदना के साथ खिलवाड़ है। लोकतंत्र को खरीदने वालों ने राजनीति का स्तर शून्य कर दिया है। भाजपा की सभा में एक किसान की मौत हो गयी लेकिन सिंधिया जी बैठे रहे और नंदकुमार जी भाषण देते रहे। राजनीति जन सेवा का कार्य है लेकिन भाजपा और सिंधिया जी ने इसे अपने अहम की लड़ाई और राज करने का ज़रिया बना लिया है।
सिंधिया रविवार दोपहर 1.10 बजे भाजपा प्रत्याशी नारायण पटेल के समर्थन में सभा करने मूंदी पहुंचे थे। सभा में पहुंचते ही उन्हें वहां मौजूद नेताओं ने बताया कि उंटावद निवासी 70 साल के किसान जीवन सिंह का कुछ देर पहले ही सभास्थल पर निधन हो गया। इस पर सिंधिया ने पहले घटना पर दुख जाहिर किया और दो मिनट का मौन रखा।