भोपाल। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव (MP Assembly Bypolls) में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद भी प्रदेश कांग्रेस में कमलनाथ (Former CM Kamal nath) और दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) की सेहत पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा। दोनों ही नेता अब भी कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के विश्वासपात्र बने हुए हैं और उनके दबदबे को चुनौती मिलने की फिलहाल संभावना नहीं दिखती। शायद यही कारण है कि जहां दिग्विजय सिंह को कांग्रेस की आर्थिक मामलों की समिति में सदस्य बनाया गया है, जबकि कमलनाथ के खिलाफ बयान देने वाले पार्टी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है।
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को कांग्रेस की आर्थिक मामलों की समिति का सदस्य बनाया गया है। इससे पहले सितंबर महीने में उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी का स्थानीय सदस्य बनाया गया था।
इधर, कमलनाथ के खिलाफ बयानबाजी को लेकर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और प्रवक्ता की छुट्टी कर दी गई है। आजाद सिंह डबास को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ब्रजभूषण नाथ को प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं स्वदेश शर्मा को प्रवक्ता के पद से हटा दिया है। प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने भूषण एवं शर्मा को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि यदि आपने भविष्य में कांग्रेस संगठन को क्षति पहुंचाने वाली बयानबाजी जारी रखी तो पार्टी कार्रवाई करेगी। इसके अलावा मंदसौर जिला के कार्यकारी अध्यक्ष संदीप वर्मा, युवा कांग्रेस अध्यक्ष कर्मवीर सिंह भाटी और चेतन चौधरी को भी पार्टी से बाहर किया गया है।
देश भर में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी लगातार अंतर्कलह से जूझ रही है। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को लेकर भी लगातार बयानबाजी हो रही है। इसी तरह, एमपी में भी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के खिलाफ असंतोष के स्वर उभर रहे हैं, लेकिन मौजूदा माहौल में इसकी संभावना कम है कि प्रदेश कांग्रेस में कोई बड़ा बदलाव होगा।