भोपाल। कोरोना महामारी से निपटने की चुनौतियों के बीच सरकारी मैनेजमेंट में बड़ी खामी उजागर हुई है। स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा स्वास्थ्य मंत्रालय के नेशनल हेल्थ पोर्टल पर अपलोड की गई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में कोविड के गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू में पलंग और वेंटिलेटर कम पड़ रहे हैं।
पांच जिले बैतूल, दमोह, मंडला, पन्ना और श्योपुर के जिला अस्पतालाें में आईसीयू नहीं हैं, लेकिन यहां 9 वेंटिलेटर भेज दिए गए। इनमें भी 5 सिर्फ दमोह भेजे गए। जबकि आगर मालवा, नरसिंहपुर, सतना, शाजापुर और उमरिया जिलों में आईसीयू के 2 से 10 बिस्तर हैं, लेकिन यहां एक भी वेंटिलेटर नहीं दिया गया।
भोपाल में 283 नए केस, प्रदेश में 23 दिन में 50 हजार मरीज बढ़े
राजधानी में शनिवार को 283 नए कोरोना केस मिले, जबकि 7 मरीजों की मौत हो गई। इनमें 4 भोपाल के हैं। नए संक्रमितों में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बेटे सुकर्ण मिश्रा और एक आईएएस अधिकारी की 10 वर्षीय बेटी भी शामिल है। वहीं, प्रदेश में 2181 नए संक्रमित मिले। 23 दिन में 50 हजार संक्रमित बढ़ चुके हैं। इनमें भी 20 हजार सिर्फ 9 दिन में बढ़े।