MP : 10वीं की छात्रा और 11वीं के छात्र ने मंदिर में प्रसाद चढ़ाया, फिर रेलवे ट्रैक पर दे दी जान

सागर। एक नाबालिग प्रेमी जोड़े ने बीती रात ट्रेन से कटकर जान दे दी। दोनों शुक्रवार को घर से स्कूल के लिए निकले थे। इसके बाद वापस घर नहीं लौटे, दोनों के बैग स्कूल में ही रखे मिले। बीती रात करीब साढ़े तीन बजे दोनों ने सानौधा थाने के पास रेलवे ट्रैक पर ट्रेन से कटकर जान दे दी। पुलिस को ट्रैक पर सुसाइड नोट व मंदिर में चढ़ाया हुआ प्रसाद भी रखा मिला है। सुसाइड नोट में दोनों ने एक-दूसरे से प्रेम करने की बात कही है। इसी वजह से जान दी। दोनों आपस में दूर के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। घटना के बाद सानौधा पुलिस, एफएसएल की टीम व रेलवे पुलिस मौके पर जांच कर रही है।

सानौधा टीआई रवि भूषण पाठक ने बताया कि गिदवानी गांव में रहने वाले नाबालिग प्रेमी युगल 11वीं का छात्र आकाश (परिवर्तित नाम) और 10वीं की छात्रा ज्योति (परिवर्तित नाम) दोनों शुक्रवार सुबह घर से स्कूल के लिए निकले थे। वे करीब एक किलोमीटर दूर स्थित मुहली गांव की शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में पढ़ते थे। शुक्रवार को स्कूल से छुट्टी होने के बाद दोनों घर नहीं लौटे और अपना बैग स्कूल में ही छोड़कर वहां से गलगल टोरिया स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे। वहां मेले में शाम का समय व्यतीत करने के बाद मंदिर में प्रसाद चढ़ाया। शाम के समय मंदिर के पुजारी ने भी दोनों को वहां बैठे हुए देखा। दोनों करीब 4 घंटे तक मंदिर के आसपास रहे और फिर वहां से निकल आए। इसके बाद रात करीब साढ़े तीन बजे दोनों ने मंदिर से आधे किलोमीटर दूर स्थित रेलवे ट्रैक पर जाकर जान दे दी।

फोटो के पीछे लिखा सुसाइड नोट
पुलिस को रेलवे ट्रैक से मंदिर में चढ़ाया हुआ प्रसाद व पत्थरों से दबा हुआ सुसाइड नोट मिला है। दोनों ने कोरा कागज न होने से फोटो के पीछे सुसाइड नोट लिखा है। जिसमें लड़की ने लिखा है कि मैं आकाश से प्यार करती हूं। मेरे घर वालों की कोई गलती नहीं है। हम दोनों शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुहली से भागकर आए हैं। गलगल टोरिया के मेले में 22-1-2021 को हम दोनों अपने मर्जी से मर रहे हैं। हम दोनों के घर वालों की कोई गलती नहीं है। तो वहीं लड़के ने सुसाइड नोट में लिखा कि मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहा हूं। मेरे घर वालों की कोई गलती नहीं है। सुसाइड नोट के अलावा अन्य कागज भी पुलिस को ट्रैक पर पत्थर से दबे हुए मिले हैं।

शुरू की जांच
घटना की सूचना सबसे पहले रेलवे को मिली। ट्रेन चालकों ने सुबह ट्रैक पर शव पड़े होने की जानकारी रेलवे पुलिस को दी। इसके बाद सुबह से सानौधा थाना टीआई, एफएसएल की टीम व रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची। टीआई रविभूषण पाठक ने बताया कि घटना के बाद मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है। मौके से सुसाइड नोट व मंदिर में चढ़ाया हुआ प्रसाद मिला है। जांच के दौरान एसआई जीपी वर्मा, आरपीएफ का स्टाफ, एफएसएल टीम भी मौजूद रही। प्रदर्शन में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं समेत प्रदेश के कई हिस्सों से आए कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। कमलनाथ ने कहा कि मोदी सरकार किसानों को मजबूर बनाना चाहती है और नए कृषि बिलों के जरिए उन्हें बिजनेसमैनों के हवाले करना चाहती है।
इंदौर शहर अध्यक्ष बोले- मेरी तो कलाई टूट गई
इंदौर के कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने बताया कि हम लोग जवाहर चौक पर जुटे थे। यहां से शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए राजभवन की ओर बढ़े। हमें रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस तैनात थी। जवानों ने रोशनपुरा से आगे जाने से रोक दिया। हम कुछ समझ पाते इससे पहले ही पानी की बौछार पड़ने लगी। आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। इसी दौरान पुलिस ने डंडा बरसाना शुरू कर दिया। बचने के लिए मैं पीछे हटा, तो तीन लाठी पीठ पर और एक लाठी कलाई में लगी। यहां से बचकर निकला तो एक व्यक्ति ने मुझे अपनी दुकान में बैठाया।

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Author: papajinews

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