भोपाल। केंद्र सरकार का नया कृषि बिल न केवल किसान की ताकत बनेगा, बल्कि वह किसान को आर्थिक रूप से मजबूती भी देगा। जो भ्रम फैलाया जा रहा है कि मंडियां बंद हो जाएंगी, ऐसा भी नहीं होगा। किसान चाहें तो वह मंडियों से बाहर अनाज बेच सकेंगे। कृषि बिल को लेकर कांग्रेस व विरोधी लोग ढोंग कर रहे हैं। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को भोपाल में कही। इस मौके पर उन्होंने 50 सिंचाई परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण किया।
सीएम ने कहा कि यह तो शुरुआत है। भाजपा जब सत्ता में आई थी, तब 7-8 लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती थी, जिसे 40 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाया। अब लक्ष्य 65 लाख हेक्टेयर का है। सीएम ने यह भी जोड़ा कि अगले साल 30 हजार करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण होगा। कृषि बिल को लेकर उन्होंने कहा कि मप्र में किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) अनुबंध मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 का प्रभावी क्रियान्वयन हो रहा है।
मंडी के अलावा फसल को बेचने के वैकल्पिक उपायों का लाभ किसानों को मिलेगा। भगवान के बाद मेरे लिए किसान है। प्रधानमंत्री मोदी भी किसानों की आय दो गुनी करना चाहते हैं।
सिंचाई के बारे में सीएम ने बताया कि मप्र में 27 बड़ी, 47 मध्यम और 287 लघु सिंचाई परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। इनकी लागत 60 हजार 737 करोड़ है। इन सभी की सिंचाई क्षमता 24 लाख हैक्टेयर होगी। इस लक्ष्य को पूरा करने का काम शुरू हो चुका है। आज लोकार्पित 50 योजनाओं की लागत 384.35 करोड़ है।
कंपनियां भी खरीदी से मना नहीं कर पाएंगी
मुख्यमंत्री ने बताया कि निजी कंपनी से फसल खरीदी का पूर्व अनुबंध होने के बाद वह इससे पलट नहीं सकती। फिर चाहे बाजार भाव कम भी क्यों न हों। होशंगाबाद में एक राइस मिल के मामले में प्रशासन ने किसानों के पक्ष में ही निर्णय दिया है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान किसानों से बात भी की।
भोपाल-उज्जैन में किसान सम्मेलन आज
कृषि कानूनों के बारे में किसानों को बताने के लिए भाजपा मंगलवार से किसान सम्मेलन कर रही है। भोपाल के भेल दशहरा मैदान में सुबह 11 बजे भोपाल व नर्मदापुरम संभाग का कार्यक्रम होगा। इसे मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा संबोधित करेंगे। दोपहर 2 बजे उज्जैन में यह कार्यक्रम होगा। 16 दिसंबर को बचे हुए पांच संभागों में किसान सम्मेलन होगा।