भोपाल।। बनखेड़ी से मायके पिपरिया आई 19 वर्षीय नवविवाहिता को अगवा कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। मामले में मंगलवारा थाना और सांडिया चौकी की पुलिस की लापरवाही सामने आई। पीड़िता के ताऊ ने बताया मंगलवारा थाना और उसकी सांडिया चौकी की पुलिस शिकायत काे अनसुना कर चुप रहने की समझाइश देती रही। अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के दखल के बाद 10 दिन बाद (4 अक्टूबर की रात) पुलिस ने अानन-फानन 7 लोगों पर केस दर्ज किया। पुनौर के विक्रम किरार, राजेन्द्र किरार, धर्मेंद्र किरार और नजदीकी गांव करपा के वीरेंद्र किरार को गिरफ्तार कर लिया है। तीन अज्ञात आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है। जांच अधिकारी सिवनीमालवा एसडीओपी साैम्या अग्रवाल ने बताया- बाकी आराेपियाें काे भी जल्द पकड़ा जाएगा। इधर, पिपरिया एसडीओपी शिवेंदु जोशी ने बताया मामले की जानकारी उन्हें और मंगलवारा टीआई उमेश तिवारी काे 4 अक्टूबर की रात काे लगी। तत्काल एफआईआर दर्ज कर मेडिकल कराया। 7 के खिलाफ केस दर्ज किया। चार पकड़ लिए हैं।
सामूहिक दुष्कर्म की शिकार नवविवाहिता ने बताया की लॉकडाउन में मेरी शादी बनखेड़ी के एक गांव में हुई। मैं कुछ दिन पहले पूजन के लिए मायके पुनाैर आई थी। 20 सितंबर की रात घर पर सो रही थी। घर खुला है दरवाजे नहीं है। सुबह जब आंख खुली ताे जगह एक निर्माणाधीन प्लांट था। उसके एक में मुझे बंधक बनाया था। सामने गांव के विक्रम किरार, राजेन्द्र किरार, धर्मेंद्र किरार और एक अनजान लड़का था। जिसके बारे में मुझे पता चला कि वह करपा का वीरेंद्र किरार है। चाराें ने डरा-धमकाकर दुष्कर्म किया। बाद में तीन लड़के और आए उन्हाेंने भी दुष्कर्म किया।