भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि नगरीय निकाय चुनाव में घरेलू महिलाओं और राजनीति से दूर नेताओं की पत्नियों को टिकट नहीं दिया जाएगा। उन्हीं महिलाओं को टिकट में प्राथमिकता मिलेगी जो समाज में, राजनीति में मैदानी स्तर पर सक्रिय होगीं।
कमलनाथ ने यह ऐलान अपने निवास पर बुलाई गई नगरीय निकाय चुनाव के प्रभारियों-सह प्रभारियों की बैठक में किया। उन्होंने प्रभारियों को निर्देश दिया कि अपने-अपने क्षेत्रों में निष्पक्ष तरीके से योग्य उम्मीदवारों का चयन करें और योग्य उम्मीदवारों के नाम प्रदेश कांग्रेस कमेटी को तय समय सीमा में सौंपें। कांग्रेस की पेठ वार्ड स्तर व पंचायत स्तर तक है। उन्होंने कहा कि वार्ड के परिणाम यदि अच्छे होंगे तो महापौर व अध्यक्षों के परिणाम भी अच्छे मिलेंगे। इसीलिए हमें वार्ड स्तर तक पार्टी की जीत के लिए कार्य करना है।
कमलनाथ ने कहा कि आज की राजनीति व समय परिवर्तित हो चुका है, जिसने परिवर्तन को अपना लिया वही सफल।अब वह समय गया कि जब एक व्यक्ति हजारों मतदाताओं को किसी एक के पक्ष में करने की गारंटी ले लिया करता था। आज तो वह समय है, जिसमें एक व्यक्ति अपने घर के व घर के आसपास के वोटों की भी गारंटी नहीं ले सकता है। नगरीय निकाय चुनाव को छोटा चुनाव ना समझें। इसे हल्के में ना लें, इसे बेहद गंभीरता से लें। यह चुनाव विधानसभा चुनाव का आधार है।
किसान आंदोलन का समर्थन, 20 जनवरी को सम्मेलन
इस अवसर पर कमलनाथ ने दिल्ली की सीमा पर पिछले 40 दिन से चल रहे किसान आंदोलन व तीन नए किसान विरोधी कानूनों के बारे में अवगत कराते हुए कहा कि 20 जनवरी को किसानों के समर्थन में व काले कानूनों के विरोध में भोपाल में बड़ा किसान सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। बैठक के पूर्व दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान 60 किसानों की मौत पर 2 मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।