छतरपुर। बड़ामलहरा उप चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह लोधी को निमोनिया और कोरोना के लक्षण के कारण शुक्रवार को भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती किया गया, देररात उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्हें खांसी, बुखार, निमोनिया और कोरोना के लक्षण दिखने के कारण गुरुवार की रात दमोह के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था।
निमोनिया के कारण सांस लेने में परेशानी हो रही है, इस कारण दमोह से शुक्रवार को दोपहर में 12 बजे चिरायु अस्पताल भोपाल के लिए रैफर कर दिया। भाजपा प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह लोधी प्रचार अभियान के दौरान कुछ दिनों से अस्वस्थता महसूस कर रहे थे। पता चला कि वह बीच-बीच में उपचार भी ले रहे थे।
गुरुवार को उन्होंने बड़ामलहरा नगर में भ्रमण किया, साप्ताहिक हाट में जनसंपर्क किया। नगर भ्रमण के दौरान उन्हें जुकाम, बुखार और कमजोरी की शिकायत हुई। इस पर शाम करीब 6 बजे उनकी तबियत बिगड़ी तो जनसंपर्क बंद करके वह अपने कमरे में विश्राम करने चले गए थे। लेकिन हालत और बिगड़ने के कारण देर शाम को वह दमोह के लिए रवाना हुए।
रात करीब 10 बजे उन्हें दमोह के स्टेशन चौराहा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। दमोह में उन्होंने कोरोना एंटीजन टेस्ट भी कराया था। वहां के डॉक्टरों ने फेफड़े में इंफैक्शन, निमोनिया होने के कारण शुक्रवार दोपहर भोपाल के चिरायु अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। दोपहर में एंबुलेंस से उन्हें भोपाल भेजा गया।
बड़ामलहरा नगर में तीन निकले कोरोना मरीज
गुरुवार को भाजपा प्रत्याशी ने नगर बड़ामलहरा में जनसंपर्क किया था। शुक्रवार को बड़ामलहरा नगर के वार्ड नंबर 2 वन विभाग के पास 3 लोग कोरोना संक्रमित निकले हैं। कहीं चुनाव के बहाने नेताओं की लापरवाही मंहगी न पड़ जाए।
जनसंपर्क के दौरान लापरवाही पड़ सकती है भारी
जनसंपर्क के दौरान भाजपा प्रत्याशी का एक विशाल जुलूस गाजेबाजे के साथ पूरे नगर में निकाला गया। यहां प्रद्युम्न तो मुंह पर मास्क लगाए थे, लेकिन करीब 95 फीसदी लोगों के चेहरों पर मास्क गायब थे। इस रैली में सोशल डिस्टेंस नजर नहीं आया। कुल मिलाकर चुनाव के बहाने जानबूझ कर लोगों को खतरे में डाला गया।
इससे पहले बुधवार को प्रद्युम्न लोधी घुवारा में भारी भीड़ के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की मौजूदगी में हुई चुनावी सभा में शामिल हुए थे। इन दोनों ही कार्यक्रमों में भारी संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे, अब भी क्षेत्र में कोविड प्रोटोकॉल को दरकिनार करते हुए घूम रहे हैं।