भोपाल। कोरोना संक्रमण ने जहां लोगों की जिंदगियों को प्रभावित किया है, वहीं मध्य प्रदेश के कॉलेजों पर भी इसकी भारी मार देखने को मिली है.तकनीकी शिक्षा विभाग की काउंसलिंग का पहला राउंड खत्म हो चुका है. लेकिन कुल 56,537 सीटों में से 10,153 पर ही एडमिशन हो पाए हैं. वहीं 46,384 सीटें खाली अब भी खाली है.तकनीकी शिक्षा विभाग काउंसलिंग का सेकेंड राउंड 2 नवंबर से शुरू करेगा.
राजधानी के कॉलेजों की भी हालत खराब
मध्य प्रदेश के 151 इंजीनियरिंग कॉलेज ऐसे हैं जिनमें 50 में से एक भी सीट पर एडमिशन नहीं हुआ है. जिनमें भोपाल और इंदौर के कॉलेज भी शामिल हैं. भोपाल के 16, इंदौर के 7 कॉलेजों में की सारी सीटें खाली पड़ी हैं. वहीं ग्वालियर के 4, जबलपुर के 4, उज्जैन के 2 निजी कॉलेजों में भी एडमिशन नहीं हुआ है.
ऐसे ही हालात सागर, रायसेन, बड़वानी, दमोह, रीवा, गुना, मंडलेश्वर, मुरैना, दतिया के कॉलेजों के भी हैं. रतलाम, खंडवा और देवास के निजी कॉलेजों की भी सारी सीटें खाली पड़ी हैं. बता दें कि पिछले साल कुल 56,884 सीटों में से 31,824 सीटों पर एडमिशन हुए थे. जबकि इस बार खाली सीटों वाले 50 कॉलेजों में जीरो इयर के हालात बने हुए हैं.