भाेपाल . मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की कोल्ड चेन और टीकाकरण के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। इसके लिए जिलों में टास्क फोर्स बनेगी। मुख्यमंत्री ने पीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा कि मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीन के लिए ह्यूमन ट्रायल भी शुरू हो गए हैं। शिवराज ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। कोरोना के टीके को लेकर मध्य प्रदेश सरकार ने तैयारी कर ली है। इसके मुताबिक सबसे पहले प्रदेश के 5 लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा। इसके बाद प्रदेश के करीब 30 लाख लोग जो 60 साल से ज्यादा उम्र के हैं, उन्हें टीका लगाया जाएगा।
सीएम ने कहा कि टीकाकरण अभियान कैसे किया जाए, इसकी व्यवस्था हमने बना ली है। मध्य प्रदेश पूरी तैयारी कर रहा है, स्वास्थ्य कर्मियों को इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वैक्सीन आने पर नागरिकों को लगाई जा सके।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की है। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने कोरोना की स्थिति की समीक्षा करने के साथ वैक्सीन के वितरण की रणनीति को लेकर मुख्यमंत्रियों से चर्चा की है। वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से चल रही यह बैठक दो चरणों में हुई। पहले चरण में प्रधानमंत्री उन आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की, जहां कोरोना का कहर सबसे ज्यादा है। इसके बाद दोपहर 12 बजे से बाकी बचे राज्यों की स्थिति पर समीक्षा की।
प्रधानमंत्री मोदी कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए अब तक कई बार राज्यों के साथ बैठक कर चुके हैं। मध्य प्रदेश की वर्तमान स्थिति की बात करें, तो पिछले एक सप्ताह में कोरोना केस तेजी से बढ़े हैं। जिसे देखते हुए भोपाल, इंदौर और ग्वालियर सहित सात जिलों में नाइट कर्फ्यू भी लगाया गया है। केंद्र सरकार की ओर से लगातार यह प्रयास भी हो रहे हैं कि जब भी कोरोना का टीका उपलब्ध होगा, उसके सुचारू वितरण की व्यवस्था हो सके।
भारत फिलहाल पांच वैक्सीन तैयार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा हैं। इनमें से चार परीक्षण के दूसरे या तीसरे चरण में हैं जबकि एक पहले या दूसरे चरण में है।