भोपाल। मध्य प्रदेश की ब्यावरा विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को लेकर हंगामा हो गया है। शनिवार को टिकट के दावेदारों के सैकड़ों समर्थकों ने भोपाल आकर विधानसभा का घेराव किया। वह 2018 में हारे भाजपा प्रत्याशी रहे नारायण सिंह पवार का विरोध कर रहे हैं। सीएम हाउस के गेट पर धरना देकर नारेबाजी की जा रही है। ब्यावरा में नए प्रत्याशी की मांग की जा रही है। लोग हाथों में पोस्टर और तख्तियां लिए हैं। इसमें लिखा है- ‘ब्यावरा मांगे नया चेहरा।’
इससे पहले शुक्रवार को ब्यावरा में मुख्यमंत्री के काफिले को दो बार रोका गया था। समर्थकों ने भाजपा कैंडिडेट बदलने की मांग की थी। इन लोगों का कहना था कि हमें भाजपा से नया प्रत्याशी चाहिए। पांच किलोमीटर के अंदर दो बार काफिला रोके जाने पर शिवराज नाराज हो गए थे। उनका कहना था कि ये कल्चर बंद करो, भाजपा में ऐसे तमाशे से टिकट नहीं मिलता है।
सितंबर में कांग्रेस विधायक के निधन से सीट खाली हुई
ब्यावरा के सैकड़ों कार्यकर्ता आज सीएम हाउस के बाहर पहुंच गए। समर्थकों का कहना है कि लोग यहां नए चेहरे को टिकट देने की मांग कर रहे हैं। 2018 के चुनाव में भाजपा के नारायण सिंह पवार सिंह कांग्रेस के गोवर्धन दांगी से चुनाव हार गए थे। सितंबर में दांगी को कोरोना हो गया था। बाद में उनका निधन होने से ब्यावरा सीट खाली हो गई थी।
विधानसभा का उपचुनाव: 3 नवंबर को मतदान, 10 को नतीजे
मध्य प्रदेश 28 सीटों पर 3 नवंबर को मतदान होगा। नतीजे 10 नवंबर को आएंगे। चुनाव की अधिसूचना 9 अक्टूबर को जारी हो जाएगी। 16 अक्टूबर नामांकन की अंतिम तारीख है।
28 में से 27 पर पहले कांग्रेस का कब्जा था
28 सीटों में से 27 पर पहले कांग्रेस का कब्जा था। प्रदेश में 230 सदस्यीय राज्य विस में बहुमत के लिए 116 सीटें होना जरूरी हैं। अगर भाजपा उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन करती है तो उसकी सरकार और स्थिर होगी। वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस की कोशिश है कि वह 20 या उससे ज्यादा सीटें जीत ले, जिससे की एक बार फिर प्रदेश में सत्ता पलट सकती है।
मप्र की इन 28 सीट पर विधानसभा का उपचुनाव
ग्वालियर, डबरा, बमोरी, सुरखी, सांची, सांवेर, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर पूर्व, भांडेर, करैरा, पोहरी, अशोकनगर, मुंगावली, अनूपपुर, हाटपिपल्या, बदनावर, सुवासरा, बड़ामलहरा, नेपानगर, मंधाता, जोरा, आगर, ब्यावरा।