कुर्मी समाज की महिलाओं ने किया हल्दी कुमकुम कार्यक्रम का आयोजन

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हल्दी कुमकुम से होती है सौभाग्य में वृद्धि: पुष्पा वर्मा


कुर्मी समाज की महिलाओं ने किया हल्दी कुमकुम कार्यक्रम का आयोजन


शाहपुर। मकर संक्रांति के अवसर पर शाहपुर के चौरे बैटरी कांपलेक्स में समाज की महिलाओं ने हल्दी कुमकुम कार्यक्रम का आयोजन किया। महिलाओं ने सौभाग्य की निशानी कुमकुम हल्दी एक दूसरे को लगाने की परंपरा को खुशी से निभाया। एक दूसरे को तिल, गुड़ देकर खुद मीठा बोलने और दूसरे लोगों को उसके लिए प्रेरित करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में महिलाओं ने निर्णय लिया कि जिले भर की महिलाओं को समाज संगठन से जोड़ेंगे एवं महिला को नारी शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, महिला उत्पीड़न की रोकथाम एवं महिलाओं को अपने अधिकारो, कर्तव्यों के प्रति जागरूक करेंगे। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने कार्यक्रम की प्रसंशा करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम आयोजन के माध्यम से महिला संगठन को महिला जागरण के कार्य करते रहना चाहिए। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से कांति वर्मा, पुष्पा वर्मा, शकुन चौरे, मोना वर्मा, रश्मि वर्मा, शिवानी चौरे, आरती चौरे, रिंकी चौरे, ममता वर्मा, प्रिया वर्मा उपस्थित रहीं। पुष्पा वर्मा ने कहा कि मकर संक्रांति का त्यौहार आपसी कलह को मिटाकर प्रेमभाव बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। इसी के साथ आगामी एक माह तक हल्दी-कुमकुम का आयोजन होता है, जिसका महिलाओं को वर्षभर इंतजार रहता है। हल्दी, कुमकुम और चावल चढ़ाना कई भारतीय परंपराओं में सद्भावना, सम्मान और आशीर्वाद का संकेत है। जब इन्हें त्योहारों या समारोहों के दौरान मेहमानों को दिया जाता है, तो वे प्राप्तकर्ता की भलाई, समृद्धि और सौभाग्य की कामना का प्रतीक होते हैं।

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Author: papajinews

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