नई दिल्ली। चांदनी चौक इलाके में प्राचीन हनुमान मंदिर तोड़े जाने जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को चांदनी चौक इलाके में मंदिर तोड़े जाने को लेकर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। इससे पहले सोमवार को उपराज्यपाल से मुलाकात के बाद विश्व हिंदू परिषद के नेता आलोक कुमार ने कहा था कि हमने उपराज्यपाल से कहा है कि वे उच्च न्यायालय में प्रार्थना पत्र लगाकर मंदिर के पुनर्स्थापना के लिए अनुमति लें तथा उसी स्थान पर मंदिर को दोबारा स्थापित करें। उन्होंने कहा था कि अगर मंदिर की पुनर्स्थापना नहीं होती है तो वीएचपी आंदोलन के लिए मजबूर होगा।वहीं, विहिप प्रान्त प्रचार प्रसार प्रमुख महेंद्र रावत ने बताया था कि वीएचपी, बजरंगदल, मातृशक्ति,दुर्गावाहनी, अन्य हिन्दू संगठनों के साथ मिलकर विरोध दर्ज कराएंगे। वहीं, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के प्रांत अध्यक्ष कपिल खन्ना ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर मांग की है कि हनुमान मंदिर स्थान पर बनने और मंदिर तोड़ने के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो।
अभी तीन धार्मिक अतिक्रमण बरकरार
वर्ष 2016 के आदेश में हाई कोर्ट ने लाल जैन मंदिर, गौरी शंकर मंदिर व शीशगंज गुरुद्वारा के बाहर फुटपाथ पर निर्माण काे अतिक्रमण माना था, वहीं भाई मती दास चौक, पागल बाबा मंदिर व हनुमान मंदिर के साथ एक प्याऊ को पूरी तरह से अतिक्रमण माना था। इसे लेकर लाल जैन मंदिर, गौरी शंकर मंदिर व शीशगंज गुरुद्वारा के अतिक्रमण को हटाने पर काफी विवाद भी हुआ था। एसआरडीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक अभी भी पागल बाबा मंदिर, प्याऊ व भाई मती दास चौक का अतिक्रमण बरकरार है।