सतना। जिले के बरौंधा थाना अंतर्गत साड़ा के जंगल में शुक्रवार शाम तीन शव फंदे पर लटके मिले। इनमें एक शव पांच साल के बच्चे, दूसरा महिला और तीसरा किशोर का है। तीनों शव 10 से 12 दिन पुराने बताए जा रहे हैं। ये शव कंकाल बन चुके हैं।
आनन-फानन में थाना प्रभारी राजेश पटेल ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी है। तब पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव ने मामले को संदिग्ध मानते हुए क्राइम एक्सपर्ट से सलाह ली। एफएसएल रीवा के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. आरपी शुक्ला को बरौंधा बुलाया गया है। एक्सपर्ट आने तक कयास लगाए जा रहे है कि तब तक पुलिस शव को हाथ नहीं लगाएगी।
बरौंधा पुलिस को शाम को साड़ा के जंगल में तीन शव फंदे लटके होने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस बल जंगल में पहुंचा। मृतकों की पहचान ग्राम पंचायत साड़ा के भवानीपुर निवासी कुसुमकली (32), बेटा आशीष (5) और एक अन्य सुशील राम आसरे यादव (17) के रूप में हुई है। तीनों 29 मार्च से घर से लापता थे। तीनों की गुमशुदगी भी थाने में दर्ज है। मामले की जानकारी जिला मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है।
अफेयर की आशंका
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि महिला ने पहले तो मुंहबोले देवर के साथ घर से भागने का निर्णय ले लिया लेकिन बाद में जब रास्ता नहीं समझ में आया तो लोकलज्जा के डर से फांसी लगाने का निर्णय ले लिया।। ऐसे में महिला बच्चे के साथ खुद और मुंहबोला देवर समेत फांसी पर झूल गए।
फारेंसिक जांच से होगा घटना का खुलासा
एफएसएल रीवा के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. आरपी शुक्ला ने बताया बरौंधा स्थित साड़ा जंगल में शनिवार सुबह पहुंचकर फारेंसिक जांच करेंगे जहां घटना के अहम साक्ष्य जुटाए जाएंगे।