विश्व एड्स दिवस पर छात्राओं ने रैली निकालकर जागरूकता का दिया संदेश
जिला चिकित्सालय बैतूल में एड्स जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार को विश्व एड्स दिवस पर जिला चिकित्सालय बैतूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान रैली एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्राओं ने विश्व एड्स दिवस जागरूकता का संदेश दिया। विश्व एड्स दिवस की थीम समुदायों को नेतृत्व करने दें (लेट्स कम्युनिटीज लीड) पर आधारित कार्यक्रम के अंतर्गत एड्स जागरूकता रैली को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.रविकांत उइके द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। रैली में नर्सिंग प्रशिक्षण केन्द्र सहित निजी नर्सिंग महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं एवं आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित स्वयं सेवी संगठनों ने भाग लिया। कार्यक्रम में रेड रिबन लगाकर एड्स जागरूकता संदेश दिया गया।
सीएमएचओ डॉ.रविकांत उइके ने बताया कि यह बीमारी एचआईव्ही नाम के वायरस से होती है तथा चार तरीके से फैलती है। संक्रमित व्यक्ति द्वारा असुरक्षित यौन संबंध के द्वारा, संक्रमित गर्भवती मां से होने वाले शिशु में, एचआईव्ही संक्रमित व्यक्ति का रक्त चढ़ाने से, संक्रमित सिरिज एवं सुई से। एड्स की रोकथाम के लिये आवश्यक है कि सुरक्षित यौन संबंध स्थापित करें, पाश्चात्य संस्कृति का अनुकरण न करें एवं एक जीवन साथी के प्रति समर्पित रहे। संबंधों में नैतिकता कायम रखे। संक्रमित गर्भवती महिला का गर्भावस्था से ही नियमित उपचार प्रारंभ करें। महिला का संस्थागत सुरक्षित प्रसव करवायें। आवश्यकता पडऩे पर एचआईव्ही जांच कराने के पश्चात ही रक्त चढ़ाया जाए। संक्रमित सिरिज एवं सुइयों का उपयोग नहीं किया जाए। इन उपायों के बारे में जनजागरूकता लाने हेतु हमारे चिकित्सक, मैदानी कार्यकर्ता, सामाजिक कार्यकर्ताओं का एड्स की रोकथाम कीे मुहिम में शामिल होना अनिवार्य है, तभी हम इसकी रोकथाम कर सकते है।
जनसमुदाय में जागरूकता लाने के बताएं उद्देश्य
सिविल सर्जन, सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ.अशोक बारंगा ने बताया कि एचआईव्ही वायरस हमारे शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र को नष्ट करता है, बीमारी के प्रति सावधानी एवं जानकारी पहुंचाना ही एक मात्र उपाय है। एड्स की बीमारी के प्रति जनसमुदाय में जागरूकता लाने का उद्देश्य यह है कि एड्स की बीमारी के प्रति जनसमुदाय में व्याप्त भय एवं भ्रांतियों का निवारण किया जाये, ताकि एड्स की बीमारी के साथ भी सामान्य जीवन जिया जा सके।
आरएमओ डॉ. रानू वर्मा ने बताया कि एड्स एक जानलेवा बीमारी है, एड्स का पूरा नाम ऐक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिन्ड्रोम है। एड्स चार प्रमुख कारणों के अतिरिक्त किसी भी अन्य कारण से नहीं फैलता, जो व्यक्ति एड्स से ग्रसित हो जाते हैं, उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता समाप्त होने लगती है, हमें एड्स से ग्रसित व्यक्तियों के साथ सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार करना चाहिये। चिकित्सालयों में स्टाफ को पूरी सावधानी बरतते हुये उपचार प्रदाय करना चाहिये एवं एड्स के प्रत्येक पहलू के प्रति आमजन को जागरूक बनाने का प्रयास करना चाहिये।
जिला एड्स नोडल अधिकारी एवं जिला क्षय अधिकारी डॉ. आनंद मालवीय ने बताया कि एड्स जीवन का अंत नहीं है, एड्स के साथ भी जीवन जिया जा सकता है। जिस प्रकार ह्नदय रोग, डायबिटीज की बीमारी के लिये नियमित एवं लम्बा उपचार लेना पड़ता है, उसी प्रकार एड्स की बीमारी में भी नियमित एवं लम्बा उपचार लेना आवश्यक है। एड्स की बीमारी की जांच एवं उपचार की सुविधा एकीकृत जांच एवं परामर्श केन्द्र पर जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, एआरटी सेंटर पर नि:शुल्क उपलब्ध है।
रंगोली प्रतियोता में इन्हें मिला पुरस्कार
एड्स नजागरूकता हेतु आयोजित प्रतिस्पर्धाओं में रंगोली प्रतियोगिता में राजाभोज नर्सिंग महाविद्यालय की कुमारी किरण खासदेव एवं दल प्रथम रहे। विजन कॉलेज ऑफ नर्सिंग की कुमारी रोशनी धुर्वे एवं दल द्वितीय रहे। मारूति इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग की कुमारी शीतल उइके एवं दल तृतीय रहे। सांत्वना पुरूस्कार एएनएम प्रशिक्षण केन्द्र टिकारी बैतूल की छात्राओं एवं राजाभोज नर्सिंग महाविद्यालय की कुमारी रूबीना टेकाम एवं दल को प्राप्त हुआ। विशेष पुरूस्कार योर्स सोशल सोसायटी (लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना) को दिया गया।
पोस्टर मेकिंग और भाषण प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को किया पुरस्कृत
पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में विजन कॉलेज ऑफ नर्सिंग की कुमारी हर्षा गलफट एवं दल को प्रथम, विजन कॉलेज ऑफ नर्सिंग की कुमारी दीक्षा झरबड़े एवं दल को द्वितीय, विजन कॉलेज ऑफ नर्सिंग की कुमारी निकिता चौधरी को तृतीय तथा विजन कॉलेज ऑफ नर्सिंग की कुमारी नेहा मानकर एवं दल को सांत्वना पुरूस्कार प्रदाय किया गया। भाषण प्रतियोगिता में श्री राजकुमार यादव प्रथम, कुमारी निकिता चौधरी द्वितीय एवं कुमारी रूबीना टेकाम तृतीय रहीं।
कार्यक्रम में जिला मीडिया अधिकारी श्रीमती श्रुति गौर तोमर, उप जिला मीडिया अधिकारी श्री महेशराम गुबरेले, डीसीएम श्री कमलेश मसीह, प्रभारी परिवार कल्याण श्री भगतसिंह उइके, एनएम श्री शेखर हारोड़े, एनएसएस प्रभारी श्री सुखदेव डोंगरे, रेडक्रॉस सोसायटी के चेयरमेन डॉ. अरूण जयसिंह पुरे, कार्यक्रम अधिकारी लेप्रा सोसायटी श्री अरूण बाघमारे, एआरटी काउंसलर श्री दिनेश भावरकर, योर्स सोसायटी कार्यक्रम प्रबंधक श्री निर्देश मदरेले, सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं सहित बड़ी संख्या में शासकीय एवं निजी नर्सिंग महाविद्यालयों के छात्र-छात्राएं, आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहेे।
Author: papajinews
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