भोपाल। मेष राशि, सभी 12 राशियों की संख्या में प्रथम राशि है | मेष राशि का स्वामी मंगल गृह है | मेष राशि के जातक उर्जावान, उर्वर मष्तिष्क के स्वामी और प्रग्रतिशील विचारधारा के होते है | मंगल गृह के शुभ और अशुभ प्रभाव मेष राशि के जातकों को सीधे प्रभावित करते है | शास्त्रों में ग्रहों में अशुभ प्रभावों को कम करने व गृह को बल देने हेतु सभी रशियों के लिए विशेष मन्त्रों का उल्लेख मिलता है | राशी के अनुसार मंत्र जप न केवल आपके राशि गृह को बल देते है अपितु अन्य ग्रहों के भी अशुभ प्रभावों को शांत करते है | ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीनारायण नमः का जाप जिंदगी बदल देगा।
मेष राशि के जातक उपरोक्त मंत्र का जप नियमित रूप से करें | प्रातः जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होकर साफ़ कपड़े धारण कर पूजास्थल पर बैठ जाए | श्री लक्ष्मीनारायण जी की प्रतिमा पूजास्थल पर स्थापित कर ले | धुप-दीप आदि लगाकर पहले गणेश जी के स्तुति मंत्र द्वारा उनका स्मरण करें इसके पश्चात् आप उपरोक्त मंत्र का जप कम से कम 21 बार अवश्य करें |
मेष राशि के जातक उपरोक्त मंत्र का जप पूर्ण करने के पश्चात् अपने ईष्ट देव या देवी के मंत्र का जप कर सकते है | इस मंत्र जप के कार्य को नियमित रूप से किया करें | एक से दो महीने में ही आपके जीवन में चमत्कारिक बदलाव होने लग जायेंगे | उपरोक्त मंत्र का जप न केवल मेष राशि वाले जातक को करना चाहिए अपितु जिस जातक के लग्न में मेष हो उसे भी इस मंत्र का जप करना चाहिए | दोनों स्थिति में उपरोक्त मंत्र के जप से समान फल की प्राप्ति होती है |