भोपाल। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत 8 मार्च को मध्य प्रदेश आएंगे। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदेश के किसानों का समर्थन हासिल करने के लिए टिकैत यहां आ रहे हैं। इधर, मध्य प्रदेश पुलिस टिकैत के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। टिकैत के खिलाफ 2016 में ही एमपी का एक अदालत ने अरेस्ट वारंट जारी किया था।
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का खास असर अब तक एमपी में देखने को नहीं मिला है। ऐसे में टिकैत श्योपुर, रीवा और देवास में रैलियों को संबोधित करेंगे। मध्य प्रदेश भारतीय किसान यूनियन के महासचिव अनिल यादव ने बताया कि महिला दिवस के दिन टिकैत राज्य के किसानों से मिलेंगे। वे उन्हें नए कानूनों से होने वाले नुकसान के बारे में बताएंगे।
रोचक है कि टिकैत के खिलाफ एमपी में एक मामला पहले से लंबित है। 2012 में अनूपपुर जिले में उनके खिलाफ हत्या की कोशिश और अव्यवस्था फैलाने के मामले में अरेस्ट वारंट जारी हो चुका है। अनूपपुर के जैतहरी इलाके में पावर प्लांट के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व करने 2012 में टिकैत यहां आए थे। प्रदर्शन के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों में आग लगा दी थी जिसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। पुलिस ने इस मामले में टिकैत सहित 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ अव्यवस्था फैलाने, हथियारों के साथ अवैध रूप से प्रदर्शन करने और हिंसा फैलाने तथा हत्या की कोशिश करने का मामला दर्ज किया गया था।
टिकैत को 2012 में ही इस मामले में जमानत मिल गई थी, लेकिन इसके बाद वे अदालत के सामने कभी पेश नहीं हुए। कई सुनवाइयों में अनुपस्थित रहने के बाद 2016 में इनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट अदालत ने जारी किया था। अनुपपुर के एसपी मांगीलाल सोलंकी ने बताया कि पुलिस टिकैत के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करेगी। ऐसे में टिकैत एमपी में आने पर गिरफ्तार किए जा सकते हैं।