मुंबई। टाटा ग्रुप के चेयरमैन एमेरिटस रतन टाटा (83) मुंबई से पुणे तक का सफर कर अपने एक पूर्व कर्मचारी से मिलने पहुंचे। पूर्व कर्मचारी पिछले 2 साल से बीमार है। इसलिए रतन टाटा ने कार से करीब 150 किमी का सफर कर पुणे की फ्रेंड्स सोसायटी पहुंचे। इसका खुलासा सोशल मीडिया पर हुआ है।
परिवार का खर्च उठाने की भी चर्चा
पोस्ट करने वाले ने रतन टाटा की अपने पूर्व कर्मचारी से मिलने की फोटो शेयर की है। साथ ही लिखा, ‘इस मुलाकात के दौरान न मीडिया था, न बाउंसर थे। सिर्फ वफादार कर्मचारियों के लिए कमिटमेंट था। इससे सभी बिजनेसमैन को सीखना चाहिए कि पैसा ही सब कुछ नहीं होता।’ चर्चा ये भी है कि रतन टाटा ने पूर्व कर्मचारी के परिवार का खर्च उठाने का भरोसा भी दिया है।
कोरोनाकाल में भी कर्मचारियों के साथ नजर आए
उद्योग जगत में कर्मचारियों की छंटनी को लेकर रतन टाटा ने कहा था कि कॉरपोरेट वर्ल्ड में हमदर्दी की कमी है। उन्होंने उद्योग जगत के दिग्गजों से छंटनी नहीं करने की अपील की थी। टाटा ने कहा था कि ये वे लोग हैं, जिन्होंने आपके लिए जिंदगीभर काम किया, लेकिन थोड़ी बारिश क्या हुई आपने उन्हें बाहर ही कर दिया। क्या यही आपके मूल्यों की परिभाषा है।
26/11 हमले के पीड़ित कर्मचारियों के परिवारों की भी मदद की थी
मुंबई के ताज होटल पर हुए 26/11 के आतंकी हमले के बाद भी रतन टाटा ने अपने कर्मचारियों की मदद की थी। वे करीब 80 पीड़ित कर्मचारियों के परिवारों से मिले थे और पूरा खर्च उठाने का वादा किया था।