नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर भीड़ के बवाल को लेकर सियासत तेज हो गई है. दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ नोटिस जारी किया है. डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया है कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गैरमौजूदगी में उनकी पत्नी और बच्चों पर हमले की कोशिश की गई है.
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, ”दिल्ली के उपमुख्यंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर उनकी गैरमौजूदगी में उनकी पत्नी और बच्चों पर हमले का प्रयास हुआ. हमने पुलिस को नोटिस जारी किया है. कैसे पुलिस के सामने गुंडे उनके घर में घुसे? कितने लोग गिरफ्तार हुए? जब एक जनप्रतिनिधि का परिवार सुरक्षित नहीं है तो जनता कैसे होगी?”
दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस से जवाब मांगा है. आयोग ने पूछा है कि आवास के बाहर इतनी बड़ी संख्या में भीड़ कैसे जुटी? सुरक्षा में कहां चूक हुई? इसके साथ ही दिल्ली पुलिस से एफआईआर की कॉपी मांगी गई है और साथ ही गिरफ्तार किए गए लोगों के बारे में जानकारी के साथ-साथ अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की तरफ से क्या कदम उठाए जा रहे हैं. यह भी पूछा गया है.
इस घटना को लेकर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया है और उस वक्त की सीसीटीवी फुटेज शेयर की है. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ”आज बीजेपी के गुंडे मेरी गैरमौजूदगी में मेरे घर के दरवाजे तोड़कर अंदर घुस गए और मेरे बीवी बच्चों पर हमला करने की कोशिश की. अमित शाह जी आज आप दिल्ली में राजनीति में हार गए तो अब इस तरह से हमें निपटाएंगे?”
वहीं, दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक बीजेपी कार्यकर्ता हुकुम सिंह ने दिल्ली पुलिस से दिल्ली के डिप्टी सीएम के घर के बाहर प्रदर्शन करने की इजाजत मांगी थी, दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन करने की इजाजत देने से इनकार कर दिया था और घर के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया था.
गुरुवार को लगभग 11:30 बजे एक भीड़ आई और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर के बाहर हंगामा किया और कैंप ऑफिस में घुस गई. दिल्ली पुलिस ने मौके से 6 लोगों को पकड़ लिया और मंदिर मार्ग थाने ले गए. शाम के वक्त डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के सेक्रेटरी सी अरविंद ने दिल्ली के तिलक मार्ग थाने में शिकायत दी जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है.