मुंबई। देश में लगे लॉकडाउन के खत्म होने का बाद जब तारक मेहता का उल्टा चश्मा की शूटिंग दोबारा शुरू हुई तो, शो में लॉकडाउन और कोरोना वायरस का ही प्लॉट दिखाया गया, जिसे अभी तक जारी रखा है. इन दिनों शो में दिखाया जा रहा है कि लंबे समय बाद अब लॉकडाउन खत्म हो गया है और सभी ने अपना-अपना काम शुरू कर दिया है. इसी के साथ शो में लॉकडाउन के साइड इफेक्ट्स भी दिखाए जा रहे हैं.
पोपटलाल की गई नौकरी
शो में पोपटलाल एक पत्रकार की भूमिका निभा रहे हैं. वो तूफान एक्सप्रेस में काम करते थे. लेकिन लॉकडाउन के कारण तूफान एक्सप्रेस बंद हो गया. और पोपटलाल की नौकरी चली गई. अब पोपटलाल नौकरी के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं. वो हर तरह का काम करने को तैयार हैं. उन्होंने सोढ़ी के गैराज में जाकर काम किया. वो जेठालाल की दुकान में एक कर्मचारी बनकर काम करने तक को तैयार हो गए. यहां तक कि उन्होंने सब्जी बेचने तक का प्लान बना लिया है. अब आने वाले समय में देखना होगा कि पोपटलाल को नौकरी मिलती है या नहीं.
तारक मेहता-अय्यर की सैलरी में कटौती
वहीं तारक मेहता और अय्यर की बात करें तो तारक मेहता शो में एक राइटर और अय्यर एक वैज्ञानिक की भूमिका में हैं. शो में दिखाया गया कि लॉकडाउन के कारण उनकी सैलरी में कटौती की गई. जिसकी वजह से उन्हें भी दिक्कत हो रही है.
माधवी के आचार-पापड़ के काम में आई मंदी
माधवी भिड़े शो में आचार-पापड़ का बिजनेस करती हैं. लेकिन लॉकडाउन के कारण उनके बिजनेस में मंदी आ गई. जिसकी वजह से उन्हें भी परेशानी झेलनी पड़ी. यहां तक कि आत्माराम भिड़े भी ऑनलाइन क्लासेज की वजह से परेशान दिखे. पेरेंट्स के फीस कम करने की मांग ने उन्हें परेशानी में डाला.
जेठालाल की दुकान- रोशन का गैराज हुआ बंद
जब लॉकडाउन लगा तो सिर्फ जरुरत की चीजें ही मिल रही थी. इसी के चलते जेठालाल को अपनी इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान और सोढ़ी को अपना गैराज बंद करना पड़ा. जेठालाल को काफी नुकसान उठाना पड़ा.