ग्वालियर। कृषि कानून के खिलाफ सोमवार शाम 4 बजे कलेक्टोरेट पर प्रदर्शन करने पहुंचे डबरा और चीनौर के किसानों को पुलिस द्वारा रोके जाने पर हंगामा हो गया। नाराज किसानों ने बेरिकेड्स फेंक दिए। यहां पुलिस से उनकी झड़प हुई। स्थिति संभालने पुलिस ने हल्के बल का भी प्रयोग कर किसानों को खदेड़ दिया। इसी समय किसानों से भरे अन्य वाहन वहां पहुंचे। भीड़ बढ़ने पर किसानों ने बेरिकेड्स हटाते हुए कलेक्टोरेट ऑफिस पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसान कानून को वापस लेने की बात करते हुए किसानों ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया है। करीब दो घंटे हंगामा चलता रहा।
कृषि कानून के विरोध में डबरा के चीनौर इलाके से करीब 150 से 200 किसान सोमवार को कलेक्टोरेट प्रदर्शन करने पहुंचे थे। ये सूचना पहले ही जिला प्रशासन और पुलिस को मिल गई थी। किसानों को कलेक्टोरेट नहीं पहुंचने देने के मकसद से पुलिस ने उन्हें कलेक्टोरेट पहाड़िया के नीचे ही मुख्य मार्ग पर घेरने की योजना बनाकर बेरिकेड्स लगा दिए, पर जैसे ही किसान जत्थों में आए, उन्हें रोका गया। शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने आ रहे किसान यह देखकर नाराज हो गए और बेरिकेड्स हटा दिए। पुलिस ने हिदायत दी, लेकिन किसान नहीं माने। इस पर अफसरों ने बल पूर्वक स्थिति संभालने का इशारा कर दिया। फिर पुलिस जवानों ने किसानों पर हल्का बल प्रयोग करना शुरू कर दिया।
इससे स्थिति और बिगड़ गई, पर यहां किसानों ने समझदारी दिखाई। वे लगातार माइक पर अनाउंस करते रहे कि किसान भाई संयम से काम लें। यह हमें उग्र करने का प्रयास है। इसके बाद किसान वहीं ठहर गए। पुलिस ने भी लाठियां चलाना बंद कर दिया। इस समय तक कुछ और किसान जत्थे भीड़ में शामिल हो गए। संख्या बढ़ी, तो वह बेरीकेड्स हटाते हुए कलेक्टोरेट पहाड़ी पर ऑफिस के सामने पहुंच गए। किसानों ने वहां बैठकर धरना प्रदर्शन किया। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को कृषि कानून को वापस लेने ज्ञापन दिया।
किसान नेता शैलेन्द्र सिंह रावत का कहना है कि प्रदर्शन भारतीय किसान संगठन से जुड़े किसानों ने किया है। 172 से अधिक किसान संगठन है, पर कानून बनाते समय राय नहीं ली गई। यहां अपनी मांग लेकर आए, तो हमें उग्र करने के लिए लाठियां बरसाई जा रही हैं। यह ठीक नहीं है।
अब किसानों के बीच जाएगी भाजपा
अब कृषि कानून पर भ्रम की स्थिति दूर करने किसानों के बीच जाएगी भाजपा। प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाह ने बताया कि 16 दिसंबर को ग्वालियर के फूलबाग मैदान पर किसान सम्मेलन करने जा रहे हैं। इसमें केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, खुद राज्यमंत्री भारत सिंह उपस्थित रहेंगे। इसमें किसानों को कृषि कानून के फायदे बताए जाएंगे। जिससे किसान आंदोलन को रोका जा सके।