पटना। बिहार में जन अधिकार पार्टी के संयोजक और मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन यादव उर्फ पप्पू यादव को पटना की पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सांसद ने खुद ट्वीट कर बताया है कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि पटना के एएसपी स्वर्ण प्रभात का कहना है कि उन्हें हिरासत में लिया गया है। उन्होंने पिछले दिनों सारण से भाजपा के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी की सांसद निधि से खरीदी गई करीब 30 से 40 एंबुलेंस के बेकार पड़े रहने का मसला उठाया था। इस मामले में उन पर दो प्राथमिकियां भी दर्ज की गई हैं। पूर्व सांसद पर हाल के दिनों में अस्पतालों में अनधिकृत प्रवेश को लेकर कुछ और जगहों पर भी प्राथमिकी दर्ज हुई है।
शुरू में आ रही थी हाउस अरेस्ट की खबरें
पटना के मंदिरी स्थित आवास से पूर्व सांसद को हिरासत में लेने के लिए पांच थानों की पुलिस को लगाया गया था। यह इलाका बुद्धा कॉलोनी थाने में पड़ता है। पुलिस मंगलवार की सुबह से ही उनके आवास के बाहर जुटने लगी थी। शुरू में कहा जा रहा था कि शायद उन्हें हाउस अरेस्ट किया गया है। लेकिन अब जो खबर मिल रही है, उसके अनुसार उन्हें लेकर पुलिस गांधी मैदान थाने में पहुंच गई है। पप्पू यादव अपनी ही गाड़ी में सवार होकर थाने तक पहुंचे, लेकिन उनके साथ पटना पुलिस की गाडि़यां भी थीं।
खुद ट्वीट कर दी गिरफ्तार किए जाने की जानकारी
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने थोड़ी ही देर पहले ट्वीट कर खुद को गिरफ्तार किए जाने की जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि उन्हें गिरफ्तार कर गांधी मैदान थाने में ले जाया गया है। अभी यह सामने नहीं आया है कि उन्हें किस मामले में हिरासत में लिया गया है।
बोले- उठाता रहूंगा आवाज, चाहे दे दो फांसी
पूर्व सांसद ने एक और ट्वीट कर कहा है कि उन्हें कोरोना काल में जिंदगियां बचाने की सजा दी जा रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा है कि वे अपना मिशन बंद नहीं करेंगे, भले सरकार उन्हें फांसी दे दे। उन्होंने कहा है कि खुद की जान को हथेली पर रखकर वे कोरोना के मरीजों के बीच गए हैं और उनकी मदद की है।